विवेकानंद केन्द्र, कन्याकुमारी
शाखा - बीना
योग केवल आसन एवं प्राणायाम के अभ्यास के द्वारा शरीर के व्यायाम तक सीमित नहीं है, यह सम्पूर्ण जीवन पद्धति है । योग व्यक्ति को परिवार से, परिवार को समाज से, समाज को राष्ट्र से एवं राष्ट्र को समष्टि से जोड़ता है - यह बात श्री मदन राजपूत जी, अध्यक्ष नरसिंह मंदिर समिति, बीना ने विवेकानंद केन्द्र, कन्याकुमारी, शाखा बीना के योग सत्र में दीपप्रज्जवलित कर अपने संदेश में कही ।
श्री धन्नालाल प्रजापति, व्यवस्था प्रमुख, विवेकानंद केन्द्र, कन्याकुमारी, शाखा बीना ने बताया कि आज दिनांक 10.07.2019 को योग सत्र का शुभारम्भ किया गया । यह सत्र दिनांक 16.07.2019 तक नियमित रूप से प्रातः 6 से 7 बजे तक जारी रहेगा । सत्र के समय श्री कल्याण सिंह एवं श्री उमेश गोस्वामी जी ने खड़े होकर, बैठकर एवं लेटकर किये जाने वाले आसनों का अभ्यास उपस्थित जनों को कराया ।
योग सत्र में प्रतिदिन प्रशिक्षित आयुर्वेदाचार्य द्वारा शरीर को स्वस्थ रखते हुये ज्ञानवर्धक नुस्खे, प्रार्थना, खेल, गीत आदि का समावेश भी किया जायेगा ।
भारत माता की जय
दिनांक 11.07.2019
आज दिनांक 11.07.2019 को योगाचार्य डेलन सिंह जी ने योग सत्र में खड़े होकर, बैठकर एवं लेटकर किये जाने वाले योगासनों का अभ्यास कराया जिनमें अर्धमछंगराचार्य आसान, गरुड़ासन, नटराजासन, नोलीक्रिया आदि के विषय में विस्तार से बताया । भाई उमेश एवं प्रथमेश ने डेमो दिया, भाई प्रमोद साहू ने गीत एवं बहन संगीता ने भजन लिया ।
सत्र में 20 लोग उपस्थित रहे ।
भारत माता की जय
दिनांक 12.07.2019
आज दिनांक 12.07.2019 श्री बलराम तिवारीजी, शिक्षक ने योग सत्र में शीर्षाशन तथा मयूर आसान का डेमो दिया एवं उनके विषय में सभी को बताया। श्री उमेश गोस्वामी जी एवं प्रथमेश जी ने खड़े होकर, बैठकर एवं लेटकर किये जाने वाले योगासनों का अभ्यास कराया।
दिनांक 13.07.2019
आज दिनांक 13.07.2019 योग सत्र में उत्कटासन, वीरभद्रासन, पादांगुस्ट, गरुड़ आसन आदि सहित खड़े होकर, बैठकर एवं लेटकर किये जाने वाले योगासनों का अभ्यास किया।
दिनांक 15.07.2019
हम सभी को सुबह भरपेट भोजन करना चाहिए, दोपहर में उससे आधा भोजन करना चाहिए, और शाम को हल्का-फुल्का ही भोजन करना चाहिए, हो सके तो सूर्यास्त से पहले करना चाहिए। जो भी व्यक्ति इस प्रकार भोजन ग्रहण करता है जीवन में सदैव स्वस्थ रहता है। यह बात डॉक्टर आशीष तिवारी आयुर्वेदिक चिकित्सक ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी द्वारा नरसिंह मंदिर बीना पर आयोजित योग सत्र के दौरान कही ।
👉इससे पूर्व छात्र हरिओम ठाकुर ने सभी अभ्यार्थियों के लिए एडवांस योगा योगासनों का जिनमें - शीर्षासन, मयूरासन, बकासन पूर्ण चक्रासन, धनुरासन आदि के साथ में नौली क्रिया का भी अभ्यास कराया।
👉 श्री उमेश गोस्वामी जी ने शिथिलीकरण व्यायाम, खड़े होकर, बैठ कर लेट कर किए जानेवाले आसनो का अभ्यास कराया। श्री कल्याण सिंह ने प्राणायाम तथा श्रीमती संगीता ने सभी को भजन एवं गीत का अभ्यास कराया।
👉 श्री उमेश गोस्वामी जी ने शिथिलीकरण व्यायाम, खड़े होकर, बैठ कर लेट कर किए जानेवाले आसनो का अभ्यास कराया। श्री कल्याण सिंह ने प्राणायाम तथा श्रीमती संगीता ने सभी को भजन एवं गीत का अभ्यास कराया।
दिनांक 16.07.2019
योग सत्र एवं गुरूपूर्णिमा उत्सव
समय प्रातः 5ः30 से 7ः00
समय प्रातः 5ः30 से 7ः00
प्रत्येक व्यक्ति को अपने गुरू का चयन बहुत सोच विचार कर करना चाहिए क्योंकि, गुरू पग-पग पर मार्गदर्शन करता है, अंधकार में प्रकाश दिखाता है । यह बात आनररी सेवानिवृत्त कैप्टन महेश दत्त तिवारी जी ने योग सत्र के समापन सत्र तथा गुरूपूर्णिमा के अवसर पर उपस्थित योग अभ्यार्थियों से कही । उन्होंने आगे कहा कि हम तो इंसान हैं गुरू की आवश्यकता तो भगवान राम एवं कृष्ण को भी पड़ी । इसलिये गुरू को प्रथम पूज्य माना गया है । इस पर्व को गुरू के प्रतीकात्मक जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है ।
बचपन में माता सबसे पहली गुरू होती है उसके पश्चात् पिता, भाई, मित्र, अन्य कोई जिनमें ज्ञान मिलता है गुरू बनकर सामने आते हैं ।
श्री धन्नालाल प्रजापति जी ने खड़े होकर, बैठकर, लेटकर किये जाने वाले आसनों हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये एवं उमेश गोस्वामी जी द्वारा उनका डेमो देकर अभ्यास कराया गया । बहन संगीता ने गुरू भजन लिया । इस अवसर पर उपस्थित शिक्षक बलराम तिवारी जी एवं डेलन सिंह जी का श्रीफल देकर सम्मान किया गया । कार्यक्रम के अंत में सभी कार्यकर्ताओं ने ओमकार के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर केन्द्र कार्य को सतत् करते रहने के लिये अभिव्यक्ति की ।